रात मुसलमानों के, लिए पर्दे की तरह है | Ertugrul Ghazi
मैं रात भर इसलिये जागता हूं, क्योंकि मेरा समाज, सो रहा है। B. R. Ambedkar
एक आदमी ने फेसबुक पे स्टेटस डाला, आज रात मैं छत पे सोऊँगा फिर क्या… 100 मच्छरों ने लाईक कर दिया .. I Happy Summer
सोच रहे है की कुछ ऐसा लिखे की वो रोए भी ना और पढ़कर रात भर सोए भी ना। .......